टैक्स प्रणाली सुधार
प्रस्तावित प्रभावशाली संपत्ति-कर और वैट, जी.एस.टी. आदि को समाप्त करके टैक्स में सुधार
भूमि को छुपाना नकद मुद्रा आदि को छुपाने जितना आसान नहीं है. इसीलिए, दूसरे टैक्स की तुलना में प्रभावशाली संपत्ति-कर टैक्स इकठ्ठा करने के लिए श्रेष्ठ है और दूसरे टैक्स से अधिक टैक्स इकठ्ठा करने के लिए अधिक प्रभावशाली है. संपत्ति-कर भूमि की जमाखोरी को भी कम करता है और भूमि का मूल्य कम करता है, विकास बढाता है और बेरोजगारी कम करता है. कैसे ?
मान लीजिए, एक व्यक्ति ने जमाखोरी के उद्देश्य से 10 फ्लैट ख़रीदे हैं. मान लीजिए, हर एक फ्लैट 20 लाख का है. तो फिर, प्रभावशाली संपत्ति-कर कानून के अनुसार, उसको 1 या 2 फ्लैट पर संपत्ति-कर देने से छूट मिल जायेगी, लेकिन बाकी फ्लैट पर उसको 1% दर से 1.6 लाख रुपये टैक्स देना होगा.
प्रभावशाली संपत्ति-कर भूमि की जमाखोरी रोकता है और भूमि का मूल्य कम हो जाता है. क्यूंकि किसी भी उद्योग या धंधे को शुरू करने के लिए, मुख्य तत्व भूमि होती है, भूमि के कम मूल्य के कारण छोटे-मोटे धंधे पनपते हैं और धंधों की संख्या बढती है और रोजगार भी बढ़ता है. दूसरे शब्दों में, प्रभावशाली संपत्ति-कर किसी प्रकार से भी नुकसानदायक नहीं है.
प्रभावशाली संपत्ति-कर उन व्यक्तियों को कोई भी हानि नहीं पहुंचाता जो भूमि और संपत्ति की जमाखोरी नहीं कर रहे हैं और अपनी संपत्ति का उद्योग, व्यापार के लिए उपयोग कर रहे हैं क्यूंकि दिए गए आय-कर और कर्मचारियों के लिए वेतन की संपत्ति-कर में से छूट होगी.
प्रभावशाली संपत्ति-कर के अलावा, वैट, जी.एस.टी. आदि करों को भी संपत करने का प्रस्ताव किया जाता है. जी.एस.टी., वैट आदि छोटे धंधों को समाप्त करता है और टैक्स की चोरी को बढ़ावा देता है.
अधिक जानकारी के लिए कृपया ये लिंक देखें tinyurl.com/SampattiKar और ये वीडियो देखें – https://www.youtube.com/watch?v=otE_cS2_NOQ